गिरघरपुर में श्मशान भूमि पर जलते मिले शव का सच जानने में जुटी देवरनियां पुलिस।
पन्द्रह दिन बाद पुलिस जांच में एक कदम आगे नहीं बढा केस।
रिपोर्ट कमलजीत सिंह देवरनिया
देवरनियां। देवरनियां कोतवाली क्षेत्र के गांव गिरधरपुर में शमशान भूमि में जलते मिले शव का पुलिस अब तक कोई सुराग नहीं लगा पाई है, जबकि घटना को 15 रोज़ से ज्यादा हो गए हैँ।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई किलू न मिलने पर अब पुलिस डीएनए रिपोर्ट आने के इंतजार में हाथ पर हाथ रख कर बैठ गई है। चर्चाओं में तो यह शव एक गांव की एक युवती का बताया जा रहा है,और मामला ऑनर किलिंग का है।
गुज़री 5 दिसंबर की रात गांव गिरधरपुर की शमशान भूमि में एक शव जलता देखा गया, लोगों को जलता शव देखकर हैरत हुई, क्यूंकि उस रोज़ गांव में किसी की मौत नहीं हुई थी, और हिंदू धर्म में रात में अंतिम संस्कार नहीं किया जाता है।
जलती चिता देखने वालों ने शमशान भूमि जाकर देखा, तो वहां पर कोई नज़र नहीं आया, इसको लेकर गांव में चर्चा शुरू हो गई, और इसकी सूचना पुलिस को दी गई,पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक शव के नाम पर कुछ नहीं बचा था, हाँ कुछ हड्डियां ज़रूर मिली।
पुलिस ने उन हड्डियों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई बात सामने नहीं आ पाई। पुलिस ने उन हड्डियों को डी एन ए टेस्ट के लिए भेजा है।
पुलिस ने हड्डियों को जांच के लिए भेजने के बाद अपनी तरफ से यह जानने की कोई कोशिश नहीं की कि यह शव किसका था? 15 रोज़ गुजरने गए हैँ, और यह केस पुलिस जाँच में एक कदम आगे नहीं बढ़ा है।उधर गांव में चर्चा है कि यह शव गांव की एक लड़की का था और उसका इसी गांव में लैब चलाने वाले पड़ोस के गांव के दुसरी जाती के एक युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था।
लडकी भी उसी लैब में काम करती थी,औरव इसी बात को लेकर उसकी हत्या कर उसकी लाश को जला दिया गया। बताते तो यह भी हैँ कि यह बात पुलिस के कानों तक भी पहुंच चुकी है, मगर पुलिस ने उसको अनसुना सा कर दिया है।
फिलहाल यह मामला इन दिनों क्षेत्र में ख़ूब चर्चा में है।विशवस सूत्रों के अनुसार लडकी की उम्र पन्द्रह वर्ष थी। लडकी के पिता ने श्मशान भूमि में जलती मिली चिता को अपनी बेटी का बताया है, उसका कहना है, कि बीमारी से उसकी मौत हो गई, गांव वाले गमत अफवाह उडा रहे हैं।लडकी को रात में ही क्यों जलाया? इसका उसके पास ठोस जबाव नहीं था।